जबा मी हिंडता-फिरता तुमरी उपासना को चीजगीन ला देख रही सेव, ता मोला एक होमनकुन्ड मिली जेनको पर यो लिख्यो से। “जोन ला आमी नही जानासेजन वा परमेस्वर काजी,” तुमी लोक उ परमेस्वर लक बेखबर सेव जेकी पुजा करासेव, “मी वोकी खबर तुमला आयकावसु।”
जबा लक परमेस्वर ना दुनिया ला बनायो सेत। तबा लक परमेस्वर को नही चोवन वालो गुन, वोको अमर सक्ती, अना वोको महान आचरन दुई सपा-सपा रुपमा चोवयो गयो सेत। उनला परमेस्वर ना बनाइसेत असो सांगयो जावासेत ता कोनी बहाना नाहोती।
अना ओना मोठो आवाज लक साँगीस, “परमेस्वर लक भेव करो, अना वोको च महिमा करो। काहेका वोको नियाव को बेरा भयी गयो सेत। ओको च पूजा करो जोनना, सरग धरती सागर अना पानी को झरना बनायो सेत।”