एकोलाई हे भाऊगीन जोन-जोन गोस्टी खरो सेत, अना सुहानो मान भाव को सेत अना जोन-जोन नियाव वारो सेत, जोन-जोन गोस्टी पवीतर सेत, जोन-जोन गोस्टी मन ला खुस करासेत अना साजरो अना बड़ाई वालो सेत उन ला मन लगाय राखो।
एना कारन लक हमी न लगातार तुमरो लाई पिराथना करता रहया, जब लक हमीना तुमरो बारे मा आयका सेत। हमी परमेस्वर लक तुमरो मरजी को लक सबा गियान अना समझ को आतमा लक भरन लाय कव्हसू, जोन वोको आतमा देवासेत।
परमेस्वर बैईमान नाहती। उ तुमारो काम अना तुमरो पिरेम ला, नही बिसरा सकत। जो तुमी ना वोको नाव को महिमा को लाय करयो सेव। अना पवीतर सन्तगिन को सेवा करासो, अना अबा भी करासो।
गैर बिस्वासि गिन को बीच अपरी चाल-चलन बेस बनाय राखो। जेनको लक वय जेना गोस्टी गीन मा कुकरमी कहके तुमरी निन्दा-बदी करासेत। वोच गोस्टी मा तुमरो भलो काम गीन ला देखके नियाव को दिवस परमेस्वर की महिमा करहेत।
असो पिरकार, अवो बायका गीन अपरो-अपरो नवरा गीन को बस मा रहवो। जेनको लक अदी कोनी परमेस्वर को वचन ला नही मानासे। त वय तुमरो पवीतर अना भेव सकट चाल-चलन ला ध्यान लक चोवके बिना कोनी बारता को अपरी-अपरी बायका गीन को बरताव लक जीतयो जाहे।