यदि तोरा डोरा तोला ठोकर खिलाये तो वोला कहाड़ के, फेक दे अना भोकना होयके जिंदगी मा धस जा एको लक साजरो, से का “दुई डोरा से अना नरक को स्तो मा डाख्यो जाय।”
पर मि तुमी लक यो कव्हासु, का जोन कोनी आपरो भाऊ पर हिजड़ेत, उ कचहरी मा सजा को काबील होहेत, अना जोन कोनी आपरो भाऊ ला निकम्मो कहे, ता उ मोठी सभा मा सजा को काबील होहेत, अना जो कोनी कहे अरे मुरख! ता उ नरक की स्तो को सजा को हिस्सेदार होयेत।
अदी तोरो हात तोरो पाप को कारन बनासे, ता उ हात ला कापके फेक दे, भलो से की तु टुन्डो भयके जीवन पावजोस पर दुई हात को रहतो नरक मा नही पड़जोस, जहान को स्तो कभ्भू नही बुझेत।
ओना बेरा तुमी लोक आपरो ला साजरो समजत होतो, अता तुमी लोकगीन को उ गवाही किता गयो? मि तुमी लोकगीन को बारे मा यो तो कव्ह सकत होतो। की अदी होय सकतो तो तुमी आपरी डोरा भी हेड़ के दे दिया रव्हतत।