24 मंग यीसु उता लक सुर अना सैदा देस को सीवमेढ मा आयो अना एक घर मा गयो। उ चाहत होतो की कोनीला पता नोको चले, पर उ लुक नहि सकयो।
अरे अभागो खुराजीन नगर, अरे अभागो बैतसैदा नगर तुम्ही मा जोन अचरज को काम कियो गयो सेत। अदि नास कियो नगर, सुर अखीन सैदा मा होत्यो। त वहान की जनता, रड़त-रड़त गम मनाय के, कबा लक पाप लक मन ला हटाय लेई होतिन।
जबा उ घर मा गयो, ता वय अँधरा ओको जवर आइन, अना यीसु ना उनको लक कहीस, का तुमला भरोसा से? का मि असो कर सकासु? उनना कहिन का हव पिरभु।
काही दिवस को बाद यीसु मंग कफरनहुम नगर मा आयो, अना असी खबर फैल गई का पहले जाहन यीसु रुकत होतो वोनच घर मा यीसु आयो से।
यो सब खोटो गोस्टी मानूस को भीतर लक हिटासे, यो मानूस ला असुध्द करासे।”
एक बायको, जोकि लहान टूरी, एक भूत को कब्जा मा होती वा यीसु को बारे मा आयक के आई। अना यीसु को पाय पडन लगी,
मंग सुर सैदा को देस लक हिटके, दिकापुलिस मजे दहा नगर लक होतो, गलील को सागर कठा पहुचयो।
वसोच कोनी साजरो काम भी परगट होवासेत अना जोन असा नही होवत वय भी लुकाय नही सकत।