एको पर यीसु ना कव्हयो, तुमी लोकगीन को पुढ़ा सच्चो होवन को ढोंग करासो पर परमेस्वर तुमरो दिल ला जानासे, जोन चीज मानूस को नजर मा उच्चो से दुनिया को धन-दौलत, वा परमेस्वर को नजर मा बेकार से।
जब तक तुना उ जघा ला बिकी नही होतयो का वा तोरी नही होती? पर जब तुना ओला बिक दियो, अना जोन धन मिलयो उ तोरोच होतो, मंग तुना आपरो डिमाक मा खोटो बोलन को कायलाय सोचयो? तुना मानूस लक नही, पर परमेस्वर लक खोटो सागिसेस।
काहेका आमी पुढ़ा बेअक्ल का रहत होता अना हुकूम ला नही मानत होता अना संका मा पड़या रव्हत होता। अना काई परकार को लोभ अना सुख सुविदा को चाकरी करत होता अना बइर, अना जरनाहि मा जिंदगी बितावत होता। अना आमी लक लोक घिरना करत होतीन अना आमी भी एकमेक लक घिरना करत होतो।