फरिसी मुखिया अना मोसे को नियम को गुरू गिन ओको लक पुसिन “असो काय बात से? का तोरो चेला गीन बापदादा को रिती रिवाज नही चला सेत अखीन बिना हात धोये जेवासेत?”
छल, नसा, रँगरेली, अना ऐना तरह का काम सेत, जिनको बिसय मा मि तुमला चितासु जसो पयले चितोनी देय चुकयो, की असो-असो कामवारा तो परमेस्वर को राज का हकदार नही होव्हेत।