यीसु ना आपरो चेला गीन ला हाकलीस, अना कहीस, मोला या भीड़ पर तरस आवासे काहे की वय तीन दिवस लक मोरो सँग से अना उनको लाई जेवन लाई काही नाहत? मि उनला भुखो, कसो धाड़ू। असो ना होहे की वय, रास्ता मा थक जाहेत।
यो जान के, भिड़ ओको माघा भई गई, अना उ खुसी लक ओको संग मा मिलयो। अखीन उन को लक, परमेस्वर को राज गोस्टी करन लगयो। अखीन जोन लोग गीन साजरो होवनो चाव्हत होतिन, उनला साजरो करीस।
यो कारन खुद सप्पा गोस्टी को बिच मा उ उनको भाऊ सरिसो होवनो पाहिजे। एको लाय का लोकगिन को पाप को लाय को बदला मा बली देवन साठी परमेस्वर को संबंधित असो गोस्टी तो दयालू अना बिस्वासी असो परमुख याजक सेत।
काहेका आमरो मुखिया याजक असो नाहती का आमरो कमजोरी मा अमी लक दुहुर भयी जाय। काहे का पाप ला सोड़ के सब गोस्टी मा आमरो जसो परखो गयो सेत। पर उ बेकसूर हिटयो।