तरी तुम्ही जिद्दी सेव, अना तुम्हरो गोटा को दिल से। कारन तुम्ही आपरो सजा ला अखिन बढावा देवा सेव। एक दिवस परमेस्वर को कोप अना सही फैसला तुम्हरो पुढा आहेत।
जेना रिति लक सदोम गमोरा अना उनको आखा पाखा को नगर ना उन सरगदुतगीन को जसो छिंडरा करीन अखिन वय सुभाव को बिरोध वासना को दास बन गयीन। उनला कबच ना बुझनवारी स्तो मा झोक देन को सजा दियो गयीसे। वय आमला चेतावनी देन को रुप मा पायी जासे।