41 अना टूरी को हात धरके ओको लक कहीस, “तलीता कुमी।” जेनको लक मतलब से, “हे टूरी मि तोरो लक कव्हसू, उभो होय।”
तबा ओना जवर जायके ओको हात धर के ओला उचलीस अना ओको बुखार उतर गयो अना वा वोकी सेवा करन लगि।
ओना ओको पर दया करके हात बड़ाइस, अना ओला छुयके कहीस “मि चाव्हसू की तु साजरो होय जाय।”
लोकगीन ओकी हसी उडाईन, पर ओना सबला बाहेर हेडके टूरी को माय-बाप अना उनको सँगी ला आन कन भीतर गयो, जिता वा टूरी होती।
अना टूरी गदने जाग के चलन फिरन लगीन। अना वा बारा बरस की होती। यो चोवके लोकगीन ला लगत अचंभा भयो।
जसो का गीरंथ कव्हासेत, “मीना तोला लगत देस को दआजी बनायो सेत। वोना परमेस्वर को नजरमा अबराहम आमरो दआजी से।” जोनको असो बिस्वास होतो का, परमेस्वर मरयो हुया ला जिंदगी देवा सेत। अना जोन नाहती वा भी बन जावा सेत।
उ आपरी ताकत को असर लक जेनको लक उ सबच चीजगीन ला आपरो बस मा कर सकासे, आमरो दुखी तन सुखी तन को रूप बदल के, आपरो महिमा वालो तन जसो बनाय देहे।