39 तबा ओना भीतर जायके भीड़ ला कहीस “तुमी कायला बेचैन सेव, अना रडसो? टूरी मरी नही से पर जपमा से।”
तबा कहीस हट जाओ “टूरी मरी नही पर जप मा से।” एको पर ओकी हसी उडावन लगीन।
अना सभाघर को मुखिया को घर मा पहुचियो ता ओना लोकगीन मा हलचल चोविस।
लोकगीन ओकी हसी उडाईन, पर ओना सबला बाहेर हेडके टूरी को माय-बाप अना उनको सँगी ला आन कन भीतर गयो, जिता वा टूरी होती।
पर पौलुस खाल्या उतरयो अना वोको पर झुक गयो मंग अना गरो लगायके कहीस “घबरावो नोको काहेकी वो जित्तो सेत।”
योच कारन से का तुमी मा लक लगत झन बिमार अना कमजोर सेत अना कही तो मर गईन।
उ हमरो लाई एने कारन लक मारयो गयो का चाव्ह हमी जागता या सोता रव्हबिन, हमी सब मिलके ओको संग जित्तो रव्हबिन।