अना यीसु ना अँधरा ला हात धरके गाँव को बाहेर ले गयो, अना ओना ओको डोरा मा लगावन साठी थुकीस, अना ओदो हात करके आपरो हात वोको डोरा मा राखके वोला पुसिस का तोला काही चोवसे?
जब वय नगर मा भीतर धसन को जघा मा गयीन, तब लोक साकोली मा एक लास बाहेर ले जावत होतीन। उ आपरो माय को एकच टूरा होतो, अना वोकी माय बेवा होती, नगर को लगत जनता वोको संग होतीन।
तबा हनन्याह उभो होय के घर मा गयो, जहान साऊल होतो, अना भितर जायके अना साऊल पर अपरो हात रखके कहीस, अरे भाऊ साऊल जोन पिरभू यीसु ना यहान आवत बेरा, तोला रस्ता मा दरसन दियो होतो, वोनच मोला धाडीसेस, का तु दुबारा चोवन लगे, अना तू पवीतर आतमा लक पूरो भर जाय।