अखीन उनना अपरो चेला गीन ला हेरोदियोगीन को संग वोको जवर असो कव्हन लाई धाडिस हे गुरू हमी जानासेजन का तु खरो सेस, अना परमेस्वर को रस्ता खराई लक सिकावा सेस, अना कोनी की चिंता नही करासेस, काहेकि तु मानूस को टोन्ड चोयके गोस्टी नही करसेस।
तबा उनना, जवर आयके वोला जगाईन, अना कव्हयो, मालीक-मालीक हमी नास भई जाबिन, तबा वोना, आँधड़ अखीन पानी ला डटकार के हुकूम देइस, अखीन आँधड़ थम गयो, अना उनको मन मा, सुकुन आयो।
यो कारन खुद सप्पा गोस्टी को बिच मा उ उनको भाऊ सरिसो होवनो पाहिजे। एको लाय का लोकगिन को पाप को लाय को बदला मा बली देवन साठी परमेस्वर को संबंधित असो गोस्टी तो दयालू अना बिस्वासी असो परमुख याजक सेत।
काहेका आमरो मुखिया याजक असो नाहती का आमरो कमजोरी मा अमी लक दुहुर भयी जाय। काहे का पाप ला सोड़ के सब गोस्टी मा आमरो जसो परखो गयो सेत। पर उ बेकसूर हिटयो।