21 यीसु ना उन लक कहीस, “घर को भितर दियो एकोलाय नही आनसेत, की हमी ओला खाट को खाल्या डलिया मा राखबीन पर एकोलाय आनसेत की फूल पर राखेत?
अखीन लोक गीन दियो पैटाय के फुल को खाल्या डलिया मा नही राखत, पर फूल पर राखासेत, तबा ओना घर का सारो लोक गीन ला उजाड़ो भेटासे।
दियो पेटाके कोनी वोला तहखाना मा, मंग डलीया उबड़ा के नही ठेवासे, पर फूल मा ठेवासे, जोन लक भीतर आन जान वालो ला उजारो चोहे।
दियो पेटावनो को मंघा, बरतन लक नही ढाकासे, अखीन ना खाट को खाल्या ठेवासे। मंघ फूल मा राखसेत, का भीतर अवन वालो ला, उजाड़ो दिसेत।
पर सबको फायदा करान काजी आतमा को उजाड़ा हरेक ला भेंटा सेत।