16 अना वसो जो गोटाड़ी जमीन पर बोयो जासे यो वय सेत, की जो गोस्टी ला आयक के खुसहाली लक अपनाय लेवसे।
वोको मा काही खडखड़ी जमीन मा गीरी उतानी माती की कमी होती। दाना लवकरच फुटली, अना माती खोल नव्हती।
जो रास्ता को कगर का सेत, जिता गोस्टी बोयो जासे, यो वय सेत की जबा उनना आयकिन ता सैतान गोस्टी ला जोन बोयो गयो से उचल ले जासे।
पर परमेस्वर को गोस्टी उनको भीतर सदा को लाई जड़ नही धरयो। वय जरा सो दिवस लाई रव्हसेत; येको मंघा जबा गोस्टी को काजी लक उन पर मुसीबत आवासे ता वय ठोकर खावसेत।
काहे का हेरोदेस योहन ला एक नेक अना पवीतर मानूस मानत होतो, येको लाय उ डरात होतो अना वोकी रक्सा करत होतो। जबा उ ओकी आयकत होतो, तब उ लगत डरात होतो, पर ओको गोस्टी खुसी लक आयकत होतो।
चट्टान मा पड़ियो बीज वय सेत, जोन परमेस्वर को गोस्टी ला खुसी-खुसी लक आयकासेव सेत, अना मानन लगासे। पर उथलो भरोसा राखासे, काहेका उनमा जड़ नही रव्हासे, अखीन परिक्सा को बेरा मा सब भरोसा खतम होय जासे।
योहन ओनो दियो को जसो होतो जोन जलतो हुयो से अना उजाड़ो देसे। अना तुमी काही बेरा को लाई ओको उजाड़ो को खुसी मनावन चाव्हत होता।
एको पर राजा न पौलुस न कहेयो “तु काजक सोचासेस का इतरो सरल रित लक मोला मसीह बनानो चाव्हसेस।”
अना खुद समौन न भी भरोसा करीस। अना बप्तिस्मा लेवन को मघा फिलिप्पुस को संग करिब लक रव्हन लग्यो। उ मोठो हिदान अना अचरज भरो काम चोव के उ दंग भई गयो।