4 अना उन लक कव्हसे “का मोसे को नियम लक बिसराम दिवस साजरो करन लाई नही से? का जान ला बचावन लाई नही से” तबा वय चुपई भई गईन।
ओना सुक्को हातवालो मानूस ला कहीस “बीच मा उभो होय।”
यीसु ना फरिसी को कड़ो मन ला चोयके उदास भय गयो, अना हिजड़ के चारो कन चोयीस अखीन ओनो मानूस ला कहीस “आपरो हात बढाव।” ओना बढाईस, अखीन ओको हात साजरो भई गयो।
पर वय ऊगो मुगो भय गईन, काहेका उ रास्ता मा यो बैस करत होतीन, का आमरो मा कोन मोठो से?
यीसु ना उनला कव्हयो, मि तुमी लक पुससू मोसे को नियम लक पवीतर दिवस मा भलो करनो साजरो से का खोटो से? जान बचानो या जान ला लेवनो?