34 ओना नजर इता-उता घुमायके कव्हसे “दिसो, यो आय मोरो माय अना भाऊ।
यीसु ना उन लक कहीस नोको भेव करो, जाओ अखीन यो खबर, मोरो भाऊ गीन ला आयको आयो। अना मी उनला, गलील परदेस मा भेटू वय वहान जाय।
ओना जवाब साँगीस का “कोन मोरो माय अना भाऊ सेत”
अना उनको अबिस्वास लक वोला मोठो अचंभा भयो! मंग उ गाँव-गाँव सिक्सा देवत फिरयो।
यीसु ना कहीस, मोला नोको छुवस। काहेकि मि अबा तकन बाबूजी को जवर वरता नही गयो, पर मोरो भाऊ को जवर जावके उन लक सांग दे, की मि आपरो बाबूजी अना तुमरो बाबूजी अना आपरो परमेस्वर अना तुम्हरो परमेस्वर को जवर वरता जावासु।
काहेका जेनना वोला पयले लक जान लियो सेत, अना उनला पयले लक ठहरायो सेत। का परमेस्वर को टूरा को रुप होय। जेनको लक यीसु लगत भाऊ गीनमा पहलौटा ठहरेत।