29 पर जोन कोनी पवीतर आतमा को विरोध मा निन्दा करेत, उ कबच छिमा नही कियो जाहे पर उ अमर पाप को दोसी ठहरेति।”
अना वय अमर सजा भोगेत पर नेक मानूस, अमर जिंदगी मा धसेत।
एको पर कई मोसे को नियम को गुरू ना सोचिन का यो तो परमेस्वर की निन्दा करासे।
वय बेवा गीनको घर हड़प जासेत अना दिसावन लाई लगत देर तकन पिराथना करसेत। यो लगत दन्ड पाहेत।”
काहेकि वय यो कव्हत होतीन, की ओमा बुरो आतमा से।
जोन कोनी मानूस को टूरा को विरोध मा गोस्टी सांगेत वोको दोस छिमा हो जाहेत, पर जोन कोनी पवीतर आतमा को विरोध मा निन्दा करेत वोको अपराध छिमा नही होयेत।
वय पिरभु को पुढ़ा लक महिमा अना ओको ताकत लक दुर भय जाहेत अना अमर नास को सजा पाहेति।
वय समुंदर को असो भयानक हिलोर सेत, जोन अपरी लाज की फेस उचलासे यो डावाडोल तारा सेत, जोन लाई सदा बेरा तकन घोर अंधार ठहरायी गई से।
जेना रिति लक सदोम गमोरा अना उनको आखा पाखा को नगर ना उन सरगदुतगीन को जसो छिंडरा करीन अखिन वय सुभाव को बिरोध वासना को दास बन गयीन। उनला कबच ना बुझनवारी स्तो मा झोक देन को सजा दियो गयीसे। वय आमला चेतावनी देन को रुप मा पायी जासे।