5 ता मरघट्टी मा जायके देखनो पर उनना एक जवान ला पाँढरो कपरा घालयो हुयो जेवनो बसा चोवीन, ता वय लगत डराय गईन।
वोको रूप बादर की उजाड़ जसो चमचमात होती। अना वोका कपरा बरफ को जसो सप्पा होतीन।
एको लाई सब लोकगीन अचंभा करता हुया आपस मा गोस्टी करन लगीन की “यो कसो गोस्टी आय? यो तो कोनी नवो सिक्सा से? उ अधिकार को संग भुत ला भी हुकूम देवासे, अना वय ओको हुकूम मानासेती।”
अना उ पतरस अना याकूब अना योहन ला आपरो सँगा ले गयो, अना लगत बैचेन अना परेसान होवन लगयो,
जबा उनना चोइन तो गोटा लुड़को हुयो से अना उ लगत मोठो होतो।
अना ओला चोयकेना सब गजब चकित भईन अना ओको कन धावके ओला दन्डवत करीन।
जकरयाह डराय गयो, अखीन ओको “घिघगि बंध गयो।”
तबा दुसरो चेला भी जोन मरघट्टी पर पुढा पहुचियो होतो, भीतर गयो अना चोयके भरोसा करीन।