12 पाठी को बलिदान तिहार को पयलो दिवस जोन मा वय फसह को बलिदान करत होतीन, ओको चेला ना ओला पुसिन, “तु किता चाव्हसेस की आमी जायके तोरो लाई फसह को पाठी को बलिदान को तैय्यारी करबिन?”
दुई दिवस को मंघा पास्का अना बलिदान को तिहार होवन वालो होतो। मुखिया याजक अना मोसे को नियम को गुरू यो बात को तक्का मा होतिन की ओला कसो छल लक धरके मार डाकबिन।