7 जबा तुम लड़ाई-वड़ाई की चरचा आयको, त नोको घबराने, काहेकी इनको होवनो जरुरी से, पर ओनो बेरा अन्त नही होहेत।
“आड़- फाटा तो आवनो सेत पर आड़- फाटा को कारन मोला दुनिया को लोकगिन लाय दुख सेत मोला दुखसे वोको लाय जोन बाधा को कारन बना सेत एकोलाय।”
जबा असो गोस्टी राजा हेरोदेस न आयकिस, वसोच उ थरथराय गयो। अखीन सप्पा यरुसलेम को लोकगीन सटिया गईन।
काहेका लगत सा मोरो नाव लक आयके कहेत, “मि मसिहा आऊ!” अना लगत लोक ला बहेकायेत।
काहेकि जाति पर जाति, अना देस- देस पर चढाई करयेत। जघा-जघा भुईडोल होहेत, अना गिरानी पड़हेत, यो तो जचकि को पयलो दुख को जसो से।
तुमरो मन बैचेन नोको होय, तुम्हि परमेस्वर पर भरोसा राखिसो, मोरो पर भी भरोसा राखो।
मि तुमला सान्ती देय के जासू, आपरो सान्ती तुमला देवासु। जसो जगत देसे वसो मि तुमला नही देहुँ, तुमरो मन बेचैन नोको होयेत, अना नोको डराव।
अना गिरंथ लक उनला समझात हुया, असो सिकात रहयो, का मसीह ला दुख भोगनो च होतो। अना मरया हुया मा लक जित्तो होवनो जरूरी होतो। अना “यो यीसु च से जोन को मी तुमरो बीच मा पिरचार करासेऊ मसीह सेत।”