34 यो उ मानूस को दसा जसो से, जोन परदेस ला जातो बेरा आपरो घर ला सोड़के जासे, आपरो दास ला हक देसे, अना हर कोनीला ओको काम देवासे अना चौकीदार ला जागन को हुकूम देवासेत।
मी तोला सरग राज की कुन्जी देसू, अना जोन काही तु धरती पर बाँधबिन उ सरग मा बँधेत, अना जो काही तु धरती पर उघाड़बिन, वय सरग मा उघडेत।
जबा उ आपरो मेढा हुनला बाहेर हेड़ देसे अना उनको मोहरा-मोहरा चलासे। अना मेढा ओको आवाज ला आयकासेत अना ओको मंघा चलासेत।
यो च कारन सेत, का तुम्ही जमा पटावा सेव। काहेका हरेक अधिकारी परमेस्वर को काम करा सेत। अना आपरो करतब ला पूरो करा सेत।
एकोलाय मोरो चहेतो, अगो भाऊ! अना अवो बहिन हुन! तुमी पक्को को सँगा जिलायो जावसे। अना अटल भई जावो। अना पिरभू को काम मा हमेसा बड़तो चलो। काहेका तुमी जानसो पिरभू मा तुमारो मेहनत बेकाम नाहती।
काहेकि तुमी जानासो की तुमला बदला मा पिरभु लक सान्ती मिलहेत; तुमी पिरभु मसीह को सेवा करोसो;
अगो मालिक हुन आपरो-आपरो दास गीन लक नियाव लक साजरा बेवहार करो। असो समझके का सरग मा तुमरो एक मालीक सेत।
“फिलोदिपिया को कलीसिया को सरगदूत ला यो लिख, उ जोन पवीतर अना खरो से।” अना जेनको जवर दाऊद की कुन्जी सेत। जोन असो किवाड़ उघाड़ा सेत जोनला कोनी बंद नही कर सका सेत। अना असो बंद करासे जोनला कोनी उघाड़ नही सका। उ असो कव्हसेत।