41 उ मँदिर को दान पेटी को पुड़ा बसके देख रहयो होतो की लोक मँदिर को खजाना मा कोनी रीत लक पैसा डाकसेत अना लगत धनवान ना लगत मा लक काही डाकिन।
मुखिया याजक गीन खुरो को सिक्का, ला सकल लेइन। अना कव्हन लगीन, मोसे को नियम लक यो सिक्का ला खजाना मा राखनो, पाप से। काहेका यो तो खून को किमत से।
एतरो मा एक कँगाल बेवा ना आयके दुई दमड़ी जोन एक अधेला को बराबर होवासे डाकिस।
यीसु ना या गोस्टी उनला मंदिर मा सिक्सा देतो बेरा भन्डार घर मा कहीस, तरी कोनी ना ओला नही धरीन, काहेकि ओको बेरा अबा नही आयो होतो।