कांटादार झाड़ी को बीच गिरो बीज उन लोक गिनको लाय सेत। जोन साजरा बारता आयक सेत। मंग यो जिंदगी को चिंता अना धन को पिरेम साजरा बारता मा आड़ो आवासेत अना वय फलवन्त नही होवासेत।
यीसु ना ओला नजर गड़ायके ध्यान लक चोयीस, अना ओको दिल मा माया उमड़ गयो। यीसु ना ओला कहीस, तोरो मा एक गोस्टी की कमी से, जाय अना जो तोरो तिजोरी माल से ओला गरीब गोर इनला देदे, अना आयके मोरो मंघा चल तब तु परमेस्वर को राज मा मजे सरग मा धन पावजोस।
काहेका परमेस्वर लक बवजनवारा उदासी को लाय दिल, मा एक बदलाव आवासेत जोन सूटकारा को कन जावासेत। अना वोमा कोनी पस्तावा नाहती। लेकिन वोच उदासी मानूस को मरन को कारन बनासेत।
कायसेकि तुमी पिक्को लक जानसेव का असो कोनी भी मानूस जोन दुराचारी सेत, अपवितर अना लोभी सेत, जो एक मुरतिपूजक होवन जसो से। मसीह को अना परमेस्वर को राज को वारसाना नही पाय सका।