44 मंघा ओको लक कहीस “आयक! कोनी ला काही नोको कव्हजोस। पर जायके आपरो आप ला याजक ला दिखाजोस, अना आपरो साजरो होवन को बारे मा जो काही मोसे ना ठहराईसेस, ओला चढावा चढाजोस, का उनला गवाही भई जाय।”
यीसु ना ओला कहीस, कोनी लक नोको कव्हजोस! पर मंदिर मा जायके आपरो आप ला याजक ला दिखावजोस, अना जसो पवीतर गिरंथ मा भेट चढावा मोसे भविस्यवक्ता ना तय करीसेस ओला चढावजोस, एको लाई की लोकगीन पर पूरुप मजे गवाही भई जाहेती।
यीसु ना वोला हुकूम दियो, यो गोस्टी तू कोनीला नोको सांगजोस, पर आपरो आप ला मुखिया याजक ला दिसाजोस, अना जोन चढावा चढ़ावन ला मोसे गुरूजी ना सांगिसेस, उ भेंट चढाजोस, तबा लोक गीन ला गवाही भई जाहे, का तू साजरो भय गइसेस।