एको लाई सब लोकगीन अचंभा करता हुया आपस मा गोस्टी करन लगीन की “यो कसो गोस्टी आय? यो तो कोनी नवो सिक्सा से? उ अधिकार को संग भुत ला भी हुकूम देवासे, अना वय ओको हुकूम मानासेती।”
जसो टूरा समोर मा आयो, बुरो आतमा वोला धर के ना मरोड़ दियो, पर यीसु ना वोला डटकार के वोला परान को हुकूम दियो, उ टूरा साजरो भय गयो, अखीन वोला वोको बाबूजी ला सोप देइस।