3 एको पर कई मोसे को नियम को गुरू ना सोचिन का यो तो परमेस्वर की निन्दा करासे।
मोठोयाजक असो आयक के आपरो, कपरा फाडके कहीस, “एना परमेस्वर की निन्दा बिरोध करीसेस, अता हम ला गवाह को का मतलब?
काहेकि उ उनको मोसे को नियम को गुरू जसो, नही पर अधिकारी जसो उनला सिक्सा देवत होतो।
तुमीना यो निन्दा आयकासेव, तुमरी का राय से?” वय सब कव्हन लगीन यो परान दन्ड को लायक से।
“मि तुमी लक खरो बात सागुंसू, की मानूस को सब पाप अना निन्दा जोन वय करसेति, छिमा कियो जाहेति।
पर जोन कोनी पवीतर आतमा को विरोध मा निन्दा करेत, उ कबच छिमा नही कियो जाहे पर उ अमर पाप को दोसी ठहरेति।”
काहेका भीतर मन लक खोटो बिचार, मजे छिनालापन, चोरी, जान लक मारनो,
एको पर मोसे को नियम को गुरू लेखक, अना पुरोहित एक दुसरो ला, जवाब करन लगीन। का यो परमेस्वर को निन्दा करन वारा कोन से? परमेस्वर को सिवाय कोन, पाप छिमा कर सकासे?