जबा परमेस्वर ना अबराहम अना वोको खानदान लका वादा कियो होतो, का दुनिया लक वोको सम्बंध होयेत। ता वोना असो एकोलाय नही करयो, का अबराहम ना कानून को पालन कियो होतो। बल्कि एकोलाय का उ मानत होतो, अना परमेस्वर लक नेकी को रुपमा स्वीकार कियो गयो होतो।
खुद को मनमा पिरभु मसिहा को सन्मान करा। अदी कोनी तुमरो लक तुमरो बिस्वास को बारे मा विचारेत तर जवाब देवन साटी हरामेसा तइयार राहा। पर नरमाई अना भेव को संग।
पर तुमरो सिंगार तो तुमरो मन को भीतर मा बस्यो मानूस की सिंगार होवनो पाहिजे। नरम अना सांत मन वालो, अविनासी सही जेवर गीन लक कियो सिंगार परमेस्वर की नजर मा लगत किमती से।