गैर बिस्वासि गिन को बीच अपरी चाल-चलन बेस बनाय राखो। जेनको लक वय जेना गोस्टी गीन मा कुकरमी कहके तुमरी निन्दा-बदी करासेत। वोच गोस्टी मा तुमरो भलो काम गीन ला देखके नियाव को दिवस परमेस्वर की महिमा करहेत।
यो मि एकोलाई कव्ह रही सेउ का एक बेरा होतो जबा तुमी अँधार लक भरयो होतो पर अबा तुमी पिरभु को मंगा चलन वारा को रुप मा उजाड़ो लक भरपुरो होय। एकोलाई उजाड़ो को टूरा को जसो सुभाव करने।
पर तुमी एक बेचयो हुयो लोख सेव। याजकगिन को एक राज सेव, अना खुद परमेस्वर को परजा सेव। एक पवितर परजा, खुद परमेस्वर एक असो जन समूह मजे परजा सेव। तुमिला परमेस्वर ना इंधार लक उजाड़ मा आपरो अद्भुत गुन परगट करन लाय हाकली सेत।
काहेका एना सेवा को परिनाम स्वीकार करके वय परमेस्वर की महिमा परगट करासेत का तुमी मसीह की साजरा बारता ला मानके वोको कन रहवा सेत अना वोकी अखीन सब पवीतर लोकगीन को सेवा करनो मा दयालूपन परगट करता रहवत होत्यो।
असो पिरकार, अवो बायका गीन अपरो-अपरो नवरा गीन को बस मा रहवो। जेनको लक अदी कोनी परमेस्वर को वचन ला नही मानासे। त वय तुमरो पवीतर अना भेव सकट चाल-चलन ला ध्यान लक चोवके बिना कोनी बारता को अपरी-अपरी बायका गीन को बरताव लक जीतयो जाहे।
जेनको लक तुम्हि अपरो सरग को परमेस्वर बाबूजी की सन्तान कहलाने। कासेकी उ साजरो अना बुरो दुई, को लाय दिवस हेड़ासे। अखीन ईमानदार अना बैईमान, धरमी-अधरमी दुई पर बादर- पानी बरसासेस।
जेने आपरो आप ला आमरो साठी दे देईसेस, की आमी ला हरेक परकार लक दुस्टपन लक छुड़ाय लेहे। अना आपरो बेचयोगयो लोकहुन को रुप मा आमीला पवितर करलेव, जोन लक नेक काम करन लाई आमी हरमेसा तैय्यार रव्हे।
अना साजरो काम मा नामी रही रव्हे जेना न लेकरा गीन को लालन-पालन करी रहेस पावना गीन की सेवा करी रहेस पवीतर लोक गीन का पाय धोई सेस दुखी गीन मदद करीसेस अखिन हर एक को साजरो काम मा मन लगाई सेस।