9 मंग उ राजा की गोस्टी ला आयक के, चली गइन। उ तारा ला बादर मा उनना देखी होतीन होती। उ उनको पुढ़ा-पुढ़ा जाय रहयो होतो, मंग जबा उ जघा आई जहान उ टूरा होतो त तारा वोको वारता रुक गयो।
मंग राजा उनला बैतलेहम धाड़ीस। अना कहीस, जाव अना वोना लेकरा को बारे मा साजरी लक “पता लगावो” अना जबा उ तुमला मिल जाहे त मोला सांगो बल्कि मी भी आयके वोकी पिराथना कर सकु।
यो घटना लक भविस्यवक्ता गिन को वानी, आमरो लाय अवर बिस्वासी सिध्द भयो। एको मा धियान देवनो मा तुमरो कल्यान सेत। काहेका जब तकन पहेटिया नही होवासेत, अना तुमरो दिल मा सक्कार को तारा नही उगासेत। तब तकन भविस्यवक्ता गिनको वानी इन्धार मा चमकतो दीयो जसो सेत।