20 “उठ, उ टूरा अना-ओकी माय ला धर के इसरायल देस मा चली जाय। काहे का जोन टूरा को जान लेवन चाहत होतीन, वय मर गईन।”
जबा वय चली गईन त यूसुफ ला सपना मा पिरभु को एक सरग दुत न पिरगट होयके कहीस, उभो होय अना माय अना लेकरा ला धरके उगो-मुगो लक मिसर चली जाय, अना मी जबा तकन तोला नहि कहु, उतच रव्हने काहेकी हेरोदेस एना टूरा ला मारवा डाकन को लाई ढुन्डेत।
राजा हेरोदेस को मरन को मंघा, पिरभु को एक सरगदूत ना मिसर मा युसुफ ला चोयो, अना कहीस!
तब उ उठयो! अना टूरा अना ओकी माय ला धरके, इसरायल देस मा आय गयो।