अना वय कहानी गीन अना कबच न खतम होवन वारो खानदान पर मन नोको लगावना जेनको लक झगड़ा राड होवासे अना परमेस्वर को वोनो इन्तेजाम को जसो नही जोन बिस्वास पर बनायो हुयो से वसोच मी कव्हसू।
हर प्रकार को अजब को सिक्सा मा नोको भरमो, तुम्हारो मन कोलाय यो साजरो सेत। का किरपा लक मजबूत बनयो रवहो, जेवनो पिवनो को नेम धरम लक नही। जोन लक कदिच कोनी को भलो नही भयो सेत। जोनना यो सब मानीसेत।
मि हरेक ला, जो ऐना किताब को भविस्यवानी को गोस्टी आयकसे, गवाही देवसु अदी कोनी मानूस ऐना गोस्टीहुन मा काही बढ़ाय ता परमेस्वर ओना मुसीबत गीन ला, जो ऐना किताब मा लिखी से, ओको पर बढ़ाये।