5 वोको मा काही खडखड़ी जमीन मा गीरी उतानी माती की कमी होती। दाना लवकरच फुटली, अना माती खोल नव्हती।
खडखड़ी ज़मीन मा पडयो बीज उन लोकगिन को लाय सेत। जोन एला आयक सेत अना खुसी लक साजरा बारता ला अपनावा सेत।
उ पेरत होतो तरी काही दाना बाटमा गीर गयो उनला पक्सी आयके खाय गयीन।
पर जबा दिवस को ऊन पड़यो तबा झुडुप मा जर गयो, अना जड़ी जास्त खोल मा बड़यो नव्हती, महुन लवकर च झाड बड़ गयो।”
अना काही ता गोटाडी जमीन पर गिरयो, जिता ओला लगत माटी नही मिलनो लक अखीन गहरो न होवनो लक गदने उग आयो
अना वसो जो गोटाड़ी जमीन पर बोयो जासे यो वय सेत, की जो गोस्टी ला आयक के खुसहाली लक अपनाय लेवसे।