10 मंग पेरीतगीन लवट के, जोन काही करयो होतो, उ यीसु ला सांगीन, अना उ उनला, आपरो संग, बैतसेदा नाव को नगर मा ले गईस।
अरे अभागो खुराजीन नगर, अरे अभागो बैतसैदा नगर तुम्ही मा जोन अचरज को काम कियो गयो सेत। अदि नास कियो नगर, सुर अखीन सैदा मा होत्यो। त वहान की जनता, रड़त-रड़त गम मनाय के, कबा लक पाप लक मन ला हटाय लेई होतिन।
की “यो मानूस असो काय लाई कव्हसे? यो ता परमेस्वर की निन्दा करासे। परमेस्वर ला सोड़ कोनी पाप ला छिमा कर सकासे”
सत्तर चेला गीन खुसी लक, लवट के आयके कव्हन लगीन, हे पिरभू, तोरो नाव लक बुरो आतमा भी आमरो कब्जा मा सेत।
फिलिप्पुस, अन्दिरयास, अना पतरस को नगर बैतसेदा को रव्हन वारा होतीन।
आपरो मारग दिसावन वालो को हुकूम मानो, वोको अधीन रव्हो। हुकूम मानो। वय तुमरो असो देख-रेख करासेत। जसो उन मानूस को लेखा जोखा उनला च देवनो सेत। उनको हुकूम मानो, जोनलक उनको काम खुसी बन जाय, उनला बोझा जसो नोको लगे। काहेका वोको लक तुम्हिला कोनी फायदा नाहती।