6 अना काही बीज चट्टान पर पड़यो अना उगयो, अखीन माटी न मिलन लक सूक गयो।
चट्टान मा पड़ियो बीज वय सेत, जोन परमेस्वर को गोस्टी ला खुसी-खुसी लक आयकासेव सेत, अना मानन लगासे। पर उथलो भरोसा राखासे, काहेका उनमा जड़ नही रव्हासे, अखीन परिक्सा को बेरा मा सब भरोसा खतम होय जासे।
एक बीज-बोवनवालो, बीज-बोवन हिटयो। बोनी करत बेरा, काही बीज रास्ता को कठा पड़यो। अना उनला बादल को पक्सी न आयके खाय लियो।
काही बीज कांटा को झाड़ को बिच मा पड़यो अना झाड़ झकड़ संग-संग बढके ना ओला दबाय देईस।
जबकि कव्हयो गयो सेत, अदी आज तुमी वोको आवाज आयको, तो आपरो मन ला असो कड़ो नोको करो, जसो का उनना हिजरान को बेरा कियो होतो।