51 जब यीसु याईर को घर मा, पहुचयो। तो वोना पतरस योहन अना याकूब, अखीन टूरी को माय-बाबूजी को सीवा कोनी ला भीतर नही, आवन दियो।
अना उ पतरस अना याकूब अना योहन ला आपरो सँगा ले गयो, अना लगत बैचेन अना परेसान होवन लगयो,
अना वय यो सेत, समोन जेनको नाव, वोना पतरस राखीस। अखीन वोको भाऊ अन्दिरयास, अना याकूब, अना योहन, अना फिलिप्पुस, आना बरतुल्मै।
यो आयक के, यीसु न कव्हयो, “भेव नोको खाय, भरोसा राख, उ साजरो भई जाहेती।”
सब रड़त होतीन, यीसु ना कहेयो “नोको रडो, यो मरी नहाति, पर जप मा से।”
यो गोस्टी को हपता भर बाद मा, यीसु पतरस योहन अना याकूब ला, आपरो सगंमा, पहाड़ मा ले गयो। अना वहान परमेस्वर लक पिराथना करन लगीन।
पतरस ना सबला बाहेर काढ दियो। अखीन टोघरा टेकके पिराथना करन लगयो, अना एको मघा उ ओको लास कन मुरकके कहीस “तबिता उठ” अना वा डोरा उघाड देइस, अना पतरस ला चोवके जाग के बस गई।