47 तबा वा बायको ना चोयी, का मी लुक नही सकसू, तबा थरथारान लगी, यीसु को पाय पड़के ना, सब लोकगीन को पूढा सांगन लगी, का काहे छिवीसेव, अखीन उ कसो साजरो भई गई।
एकोलाई अगा मोरो चहेतो, जेना तरीका लक तुमी हमेसा लक हुकूम मानतो आयासेव, वसोच अबा भी नही केवल मोरो संग रव्हत हुयो पर खास रुप लक अबा मोरो दुहूर रव्हन पर भी भेव लक अना कापत हुयो आपरो-आपरो मुकती को काम पूरो करत जावो;