व यीसु ला चोवयो, तो चिलवन लग्यो, अना ओको पुढा मा, पड़यो, अना उच्चो आवाज लक कव्हन लग्यो। “ओ मोठो, परमेस्वर को टूरा यीसु! मोला तोरो लक का काम से? तोरो लक बिनती करासू, मोला दुख नोको दे।”
जोन तु ना चोवीसे, पयले कदी जित्तो होतो। पर अबा जित्तो नाहती। मंग उ पताल लक हीटन वालो सेत। अना वोको नास भयी जाहेत। मंग धरती को वय लोक जिनको नाव जगत को सुरू लक जिंदगी को किताब मा नही लिख्यो सेत। वा जनावर ला चोवके, चकित होयेत। काहेका वा कदी जित्तो होतो, पर अबा जित्तो नाहती।
तबा पाठी को सेना ओनो जनावर ला धर लेयीन। ओको संगा च ओनो खोटो भविस्यवक्ता ला भी, जो ओनो जनावर को नाव मा चमत्कार निसान दिसायके उनला छल रहयो होतो, जिन पर ओनो हिंसक जनावर को छाप होती अना जो ओकी मूरति को पूजा करत होतीन। ऐना दुही ला जित्तो च गंधक लक सुलगी स्तोको झील मा फेक दियो गयो।