14 जोन बीज कांटा को झाड़ पर पड़ासे, उ वय लोग सेत, जोन परमेस्वर को गोस्टी ला, आयकन पर, पयले धन-माया की चिंता, रोज को जिंदगी को सुक, लोभ-माया को कारन, उन मा फर नही लगासे।
कांटादार झाड़ी को बीच गिरो बीज उन लोक गिनको लाय सेत। जोन साजरा बारता आयक सेत। मंग यो जिंदगी को चिंता अना धन को पिरेम साजरा बारता मा आड़ो आवासेत अना वय फलवन्त नही होवासेत।
कौनी मानूस दुई मालीक को चाकरी नही कर सका; उ एक लक बैर धरे अखीन, दुजो लक माया धरे या एक ला, आदर देहेत अखीन दुजोलक अपमान करयेत, तुमी परमेस्वर अना धन दुई को सेवा एक संग नही कर सकसेव।
एकोलाय आव अमी मसीह को बुनियाद को सिक्सा ला सोड़के पक्को बनन को सिक्सा कन बड़बीन। अमीला उन सूरुवाती गोस्टी कन नहि बड़नो सेत। ज सो मरनो कन ले जावन वालो काम, को लाय मन मुरकानो, परमेस्वर पर बिस्वास परमेस्वर में बिस्वास,