12 जब वय नगर मा भीतर धसन को जघा मा गयीन, तब लोक साकोली मा एक लास बाहेर ले जावत होतीन। उ आपरो माय को एकच टूरा होतो, अना वोकी माय बेवा होती, नगर को लगत जनता वोको संग होतीन।
तबा पतरस वोच बेरा उनको संग चले गयो। जबा उ याफा नगर पहुचयो तबा लोकगीन वोला वरता पाटन पर ले गईन। उता सबा बेवागिन रड़त-रड़त आखा-पाखा आयके उभो भईन, अना जोन कुरता अना कपरा दोरकास ना उनको संग बनाई होति, वोला दिखावन लगीन।