तबा सभाघर को मुखिया गीन, हिजड़ गईन काहेका, यीसु ना पवीतर दिवस मा बाई ला साजरो करीस, तबा लोकगीन कव्हन, लगीन 6 दिवस काम को सेत, वोना दिवस मा साजरो होव, अना पवीतर दिवस मा नोको आव।
वय यो ताका मा होतिन, का भेद लेवन काजी कोनि मानूस ला धाड़ेत जोन झुठो बहाना लक नेक बनके वोला कोनी ना कोनी गोस्टी मा पकड़ेत, अना वोला अधिकारी को हात को सुपरुत करहेत।
एतरो पर काही मोसे को नियम को गुरू कव्हन लगीन, यो मानूस परमेस्वर को कन लक नहात, काहेकि उ बिसराम दिवस को पालन नही करासे। ओतरो पर दुसरो ना कहीन, “कोनी पापी मानूस भला असो निसान कसो दिसाय सकासे?” असो परकार लक उनमा आपसी मा फूटफैर भय गई।