यीसु सारो गलील मा हिंडत-हिंडत उनको पिराथना घर मा सिक्सा देवन लगयो होतो। अना राज को साजरो बारता को बारे मा सांगत होतो। अखीन लोक गीन की हर बीमारी, अना कमजोरी, ला साजरो करत होतो।
एतरो पर काही मोसे को नियम को गुरू कव्हन लगीन, यो मानूस परमेस्वर को कन लक नहात, काहेकि उ बिसराम दिवस को पालन नही करासे। ओतरो पर दुसरो ना कहीन, “कोनी पापी मानूस भला असो निसान कसो दिसाय सकासे?” असो परकार लक उनमा आपसी मा फूटफैर भय गई।