वय वोना घर मा गईन, अना उनना वोकी माय मरियम लेकरा को संग होति, उता माय अना लेकरा को दरसन करीन। अना टोंगरा टेकके, नमस्कार करन लगीन। अना आपरी-आपरी पेटी खोलके, ओमा लक मुदरो, लुभान अना गन्धरस को भेट चघाईन।
व यीसु ला चोवयो, तो चिलवन लग्यो, अना ओको पुढा मा, पड़यो, अना उच्चो आवाज लक कव्हन लग्यो। “ओ मोठो, परमेस्वर को टूरा यीसु! मोला तोरो लक का काम से? तोरो लक बिनती करासू, मोला दुख नोको दे।”
चोवो, मि योहन वाच सेउ। जो ना खुदच यो सब आयकयो, अना चोवीसेऊ। यो सब आयकन अना दिसन पर, मि ओना सरगदूत ला नमस्कार करके ओको पाय मा पड़ गयो, जोना मोला यो सब दिसायो होतो।
जब वोना उ पावती ले लियो, ता उन च्यार जीव अना चौबीस बुजरुक ना पाठी ला पाय पड़के परनाम करीन। उनमा लक हरेक को जवर बिना होतो। अना वय सुगन्धित चीज लक भरयो सोन्नो को धूपदानी राखयो होतिन। जोन संतगिन को पिराथना होतो।