30 पर उ उनको बिचमा लक, हिटके चली गयो।
मग उ गलील छेतर को, कफरनहुम नगर मा गयो, अना पवीतर दिवस मा लोग गीन ला, सिक्सा देवन लग्यो।
तबा उनना मंग ओला धरन को कोसिस करीन, पर उ उनको हात लक बूचक गयो।
तबा ओन्हीसीन ओला मारन लाई गोटा उचलीन पर यीसु हिटके मंदिर लक चलो गयो।
सक्कारी होतच सिपाही मा मोठी खलबली मच गईन का पतरस ला काजक भय गयो।