जबा उ असो कव्हच रहयो होतो, तबा एक पाँढरो, बादर न उनला ढाक लियो, अना उ बादल लक एक आवाज आयी यो मोरो एकच चहेतो, टूरा से, जेनको लक मी गजब खुसी सेव “एकी आयको!”
तुमी नासरत को यीसु ला जानासेव, का परमेस्वर ना निवाड़ी सेत अखिन ओला पवीतर आतमा अना ताकत देइस। अना उ साजरो काम करतो हुया, अना जोन सैतान को बन्धन मा होतिन उनला सोड़ाय के सब रोग ला साजरा करत हिंडत होतो अना परमेस्वर वोको संग होतो।