12 अना जमा पटानवारा अधिकारी गीन ओको जवर बप्तिस्मा-लेवन आइन, अखीन वोला पुछीन, गुरूजी हमला का करनो से सांगो?
कासेकी अदी तुम्हि अपरो लक माया राखन वारा, लक माया राखने । ता तुमरो लाई का फर होयेत? का बरगन लेवन वारा भी असो नही करेत।
जमा वसूली करन वालो, पापी अधिकारी काही दूहुर मा उभो होतो, वोला सरग कना, डोरा उठानो तकन को हिम्मत नही होतो। उ आपरो छाती पीट-पीट के ना कव्हत होत्यो, “परमेस्वर मोरो पर दयाकर।”
तबा लोग गीन योहन लक पुसयो, तो हमि काजक करबीन?
तब योहन ना कव्हयो, जितरो ठहरायो गयोसे वोको लक जादा नोको लेवने।
सबा जनता अखीन जमा लेवन वारा अधिकारी गीन, जबा यो आयकिन तो, उनना योहन को बप्तिस्मा लेवन को कारन, परमेस्वर को न्यायीपन ला खरो मान लेईन।
लोक गिन ना जबा यो गोस्टी आयकिन ता दुखी भई गईन। वय पेरीतगिन अना उनको संगी गिनला कव्हन लगीन, तो अबा अमीला काजक करनो पड़हेत?