5 जबा वय थरथराय के जमीन कना नजर ला खाल्या करके उनना उनला कहीन, का तुम्ही जित्तो ला मरया हुवा मा काहे ढुडासेव?
अखीन, यो बात ला आयक के, वा टूरी घबराय गई, अखी मनमा सोचन लगी, यो कसी गोस्टिसे?
वा ऐना बात ला चोवके चकीत भई गइन, तबा दोन मानूस चमकतो जामा घालयो उनको जवर आयके उभो भय गइन।
उ यहान नहात पर मरयो हुयो जित्तो भय गईसे, अना हेत करो का वोना गलील मा रव्हतो बेरा काजक कव्हयो होतो?
पर परमेस्वर न वोला मिरतु को यो उन लक सोड़ाय लियो अना वोला मंग जित्तो करीस। अना मिरतु मा इतरो ताकत नाहोती का वोला बन्धन मा राखे।
गिरंथ कव्हसेत का जोन दसवा हिस्सा लेवासेत उ हरामेसा जित्तो रव्हसेत। मंग जोन लेवीगिन दसवा हिस्सा लेवा सेत, वय सब मरनवालो सेत।
मि मर गयो होतो अता मि सदा लक जित्तो सेव। मिरतु अना नरक को कुन्जी मोरो जवर से।
स्मुरना को कलीसिया को सरगदूत ला असो लिख, “उ जोन पयलो अना आखीर से। जिन मर गयो होतो अबा जोन दुबारा जित्तो भयो से। उ असो कव्हसेत।”