6 यूदस भिड लक अलग यीसुला, धरान को डाव ढुढन लगिस।
मंग वय कव्हत होतीन, “आमला यो तिहार को दिवस नही करनो पाहिजे नही ता लोकहुन मा दंगा फसाद भयी सकासे।”
पर कव्हत होतीन की “तिहार को दिवस मा नही, एकोलाय की कही असो न होय की लोकगीन मा बगावत होय जाय।”
वोना खुस भई गयिन अना धन देवन को लोभ देईन।
बेखमिरी भाकर को दिवस आयो, वोना दिवस पाठी को बलिदान करनो जरुरी होत्यो।