धन्य सेत वय दास जेनला वोको मालीक को आवनो पर जागतो मिल्हेत, मी तुम्ही लक खरो कव्हसू, मालीक उन ला पूरी तैय्यारी को सँगा जेवन लाय बसाहे, अना जवर आयके उनको सेवा करहे।
नास होवन वालो जेवन लाई मेहनत कायलाई करोसो? पर उ जेवन लाई मेहनत करो, जोन अमर जीवन लाई से। काहेकि उ जेवन मानूस को टूरा देहे, काहेका परमेस्वर दाअजी ना यो देन को हक वोला देईसेस। मजे परमेस्वर ना छाप लगाइसे।
सबच लोकगीन को पुड़ा नही, पर बस उन गवाह को पुड़ा जोनला परमेस्वर ना पयले लक बेच लेई होतो। मजे आमरो पुड़ा अ जिनना मरयो हुयो मा ओको जित्तो होवन को मंघा ओको सँग पियो अना जेवन कियो।