एको मा सक नहाय का भक्ति को भेद गम्भीर से अना उ जोन हिरदय मा परगट भईसे, आतमा ना सच्चो अना धरमी ठहरायो, सरगदूत गीन ला चोवाईस गैरयहुदी लोक गीन मा, वोको परचार भयो संसार मा, वोको बिस्वास करयो गयो अना, महिमा मा वोरता उठायो गयो।
का वय इन गोस्टी ला, आपरो लाय नही, पर वय तुमरो बारेमा सागत होतिन। जेनको खबर तुमला उन लोकगिन को लक मिलयो। उ गोस्टी सरग को कन लक भेजयो गयो। पवितर आतमा को उकसायो जावनो पर तुमिला आयकवायो गयो सेत। अना इन गोस्टी ला चोवनलाय सरगदूत गिन भी मनसा राखत होतिन।