4 वोना यीसु ला देखन काजी पुढा धावके, ना उमर को झाड़ मा चघ गयो, काहेका यीसु वोच रस्ता लक, जावन वालो होतो।
पिरभू कव्हासेत, अदी तुमला राई को दाना बरोबर भरोसा होत्यो, अना सहतूत को झाड़ ला हुकूम देवतो, का उखड अना सागर मा लगी जाय! ता उ तोरो हुकूम ला मानतो।
उ यीसु ला चोवनो चाव्हत होतो, उ चोव नही सकत होत्यो, काहेका उ खुज्जा होतो।
जबा यीसु वोना जघा मा पहूचो तबा वरता, नजर घुमाय के कव्हन लग्यो, ओ जक्कई तू खटाक ने खाल्या आव! काहेका, आज मी तोरो घर मा रुकन वालो सेव।
पर गरदी को कारन लक, वोला भीतर नही आन सकिन, ता वय सपरी मा चघ गईन। अना सड्डन कापके, रोगिला जहान यीसु बस्यो होतो, वहान पूढा मा खाट ला, खाल्या उतार देइन।